Awe-Inspiring Republic Day Shayari 2024: Celebrate the Spirit of Freedom with Heartfelt Verses

"आश्चर्यजनक Republic day sayari 2024: हार्दिक छंदों के साथ स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाएं"

Awe-Inspiring Republic Day Shayari 2024

Republic day sms in hindi

मुकुट हिमालय, हृदय में तिरंगा

आँचल में गंगा लायी हैं

सब पुण्य, कला और

रत्न लुटाने देखो

भारत माता आयी हैं

भारत माता की जय

 

Happy Republic Day Messages in Hindi

वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए

वो जज़्बा जो क़ुर्बान हो जाए वतन के लिए

रखते हैं हम वो होंसले भी…

जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए

 

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

जय हिन्द, जय भारत

चलो फिर से खुद को जगाते हैं;

अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं;

याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी;

जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं।

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Awe-Inspiring Republic Day Shayari 2024

26 January Par Shayari in Hindi

जो देश के लिए शहीद हुए

उनको मेरा सलाम है

अपने खूं से जिस जमीं को सींचा

उन बहादुरों को सलाम है।

 

भारत के गणतंत्र का, सारे जग में है मान,

दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,

सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,

इसलिए हर देशवासी को इसपे है अभिमान

 

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है…

किसी गजरे की खुश्बू को महकता छोड़ आया हूँ

मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ ,

मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत माँ,

मैं अपनी मा की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ

 

Awe-Inspiring Republic Day Shayari 2024: Desh Bhakti 26 January Shayari

बलिदानों का सपना सच हुआ

देश तभी आजाद हुआ

आज सलाम करें उन वीरों को

जिनकी शहादत से ये गणतन्त्र हुआ।

कुछ पन्ने इतिहास के

मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,

जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,

जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ।

26 जनवरी गणतंत्र दिवस शायरी

 

अंबेडकर ने जिस दिन सविंधान बनाया

26 जनवरी 1950 का वो दिन था

कन्याकुमारी से जम्मू तक गणतंत्र का दिन था

गाँधी, नेहरू, शास्त्री जी का उस दिन सपना सच हुआ

राजेंद्र प्रसाद, अब्दुल कलाम सहित

समस्त भारत तब और आज भी गौरान्वित हुआ

Happy Republic Day Shayari for Soldiers in Hindi 2024

आओ झुक कर सलाम करे उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

खुशनसीब होता है वो खून

जो देश के काम आता है…..!!

गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!

 

सबके अधिकारों का रक्षक,

अपना ये गणतंत्र पर्व है,

लोकतंत्र ही मंत्र हमारा,

हम सबको इस पर्व पर गर्व है।

Shayari For Republic Day 2024 in Hindi

मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,

यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।

 

उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई

जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है

आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्योंकि

सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है।

 

Gantantra Diwas Shayari Hindi

उगते सूरज और चांद में जब तक है अरुणाई,

हिन्द महासागर की लहरों में जबतक तरुणाई,

वृद्ध हिमालय जब तक सर पर श्वेत जटाएँ बाँधे,

भारत की गणतंत्र पताका रहे गगन पर छाई।

 

भारतमाता तुम्हें पुकारे, आना ही होगा,

कर्ज अपने देश का, चुकाना ही होगा,

दे करके कुर्बानी अपनी जान की,

तुम्हे मरना भी होगा और मारना भी होगा

लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं,

यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं।

 

Inspirational Quotes on Republic Day in Hindi

जान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,

शान तो कर दी हमने वतन के नाम पर,

कुर्बानियो से पाई है हमने आज़ादी,

हमारा वतन तो लाखों में एक है,

आन भी कर दी हमने वतन के नाम पर।

 

गुलामी क्या थी ये हम क्या जानें,

हमने तो हमेशा आजादी में सांस ली है,

गुलामी क्या है ये तो वो ही बता पाएंगे,

जिन्होंने आजादी के लिए कुर्बानी दी है।

 

Transcendent Triumph: India’s Global Soar Beyond Borders on Republic Day 2024

Republic Day 2024

उत्कृष्ट विजय:Republic day 2024 पर भारत की वैश्विक उड़ान सीमाओं से परे जैसे ही 26 जनवरी 2024 को सूरज उगता है भारत एक और Republic day 2024 समारोह के शिखर पर खड़ा होता है, जो सीमाओं से परे अपनी जीत का प्रदर्शन करने के लिए तैयार होता है। यह दिन न केवल संविधान को अपनाने के स्मरणोत्सव के रूप में बल्कि देश की लचीलापन, एकता और वैश्विक उपस्थिति के प्रमाण के रूप में भी बहुत महत्व रखता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम भौगोलिक सीमाओं से परे, Republic day 2024 पर भारत की जीत के विविध आयामों पर प्रकाश डालते हैं।

1 कूटनीतिक milestone :

 Republic day 2024 भारत की कूटनीतिक यात्रा में एक मील का पत्थर साबित हुआ। समारोह के दौरान हाई-प्रोफाइल यात्राएं, रणनीतिक गठबंधन और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र में रहे। विश्व मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव पर जोर देते हुए दुनिया भर के नेता एकता के प्रतीकात्मक प्रदर्शन में जुटे।

 

2 सांस्कृतिक कूटनीति का अनावरण:

पारंपरिक सैन्य परेड से परे,  Republic day 2024 ने सांस्कृतिक कूटनीति के शानदार प्रदर्शन के माध्यम से भारत की नरम शक्ति का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम ने भारत की समृद्ध विरासत को दुनिया के साथ साझा करने, इसकी विविध परंपराओं के लिए समझ और सराहना को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

3 प्रदर्शन में तकनीकी कौशल:

 Republic day परेड न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन था, बल्कि भारत की तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन भी था। अंतरिक्ष अन्वेषण से लेकर नवीकरणीय ऊर्जा तक विभिन्न क्षेत्रों में अत्याधुनिक नवाचारों को प्रदर्शित किया गया, जो प्रगति और स्थिरता के प्रति देश की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

4 वैश्विक भारतीय प्रवासी सहभागिता:

 Republic day 2024 में वैश्विक भारतीय प्रवासियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। जीवंत सांस्कृतिक प्रदर्शन से लेकर अपने गोद लिए हुए देशों के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा तक, प्रवासी भारतीयों ने भारत की वैश्विक उपस्थिति और प्रभाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

5  मानवीय पहल:

समारोहों से परे, Republic day 2024 मानवीय पहल शुरू करने और बढ़ावा देने का एक मंच बन गया। जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता एक जिम्मेदार और दयालु वैश्विक नागरिक के रूप में इसकी भूमिका को रेखांकित करती है।

6 आर्थिक लचीलापन और भागीदारी:

भारत की विजय का आर्थिक आयाम विभिन्न देशों के साथ मजबूत व्यापार साझेदारी और सहयोग के माध्यम से स्पष्ट था।  Republic day 2024 ने दुनिया भर के देशों के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंधों को बढ़ावा देने के लिए देश की आर्थिक लचीलापन और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

निष्कर्ष:
 
“बॉर्डर्स से परे: Republic day  2024 पर भारत की जीत” ने भौगोलिक सीमाओं से परे एक उत्सव मनाया। इस दिन ने कूटनीतिक जीत से लेकर सांस्कृतिक आदान-प्रदान, तकनीकी प्रगति से लेकर मानवीय प्रयासों तक भारत की बहुमुखी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया। जैसे ही दुनिया ने इस ऐतिहासिक दिन पर भारत की जीत देखी, यह स्पष्ट हो गया कि देश का प्रभाव अपनी सीमाओं से कहीं आगे तक फैला हुआ है, जो वैश्विक मंच पर एक अमिट छाप छोड़ रहा है। गणतंत्र दिवस 2024 केवल एक स्मरणोत्सव नहीं था; यह परस्पर जुड़ी दुनिया में प्रगति, एकता और लचीलेपन के प्रतीक के रूप में भारत की भूमिका की घोषणा थी।
 

Republic Day 2024 Shayari

जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है।

भारत के गणतंत्र का, सारे जग में है मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसपे है अभिमान

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है…
किसी गजरे की खुश्बू को महकता छोड़ आया हूँ
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत माँ,
मैं अपनी मा की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ

Nari Shakti’s Grandeur: Republic Day 2024 Praises Women’s Empowerment

Nari Shakti की भव्यता: गणतंत्र दिवस 2024 महिला सशक्तिकरण की प्रशंसा करता है

 गणतंत्र दिवस 2024 में Nari Shakti का एक शानदार उत्सव मनाया गया, जिसमें देश भर में महिलाओं की अदम्य भावना और उल्लेखनीय योगदान का सम्मान किया गया। उत्सव की भव्यता Nari sakti और प्रगति के प्रति श्रद्धांजलि से गूंज उठी, जो एक प्रगतिशील समाज को आकार देने में उनकी अभिन्न भूमिका को पहचानने में एक महत्वपूर्ण क्षण था।

गणतंत्र दिवस परेड में इस बार पहली बार भारत की Nari Shakti पूरे कर्तव्य पथ पर छाई रहेगी। परेड में 80 फीसदी महिलाएं होंगी। ऐसा पहली बार है जब बड़ी संख्या में ऑल विमिन दस्ते मार्च करेंगे। भारतीय सेना की आर्टिलरी महिला ऑफिसर भी पहली बार कर्तव्य पथ पर दिखाई देंगी। साथ ही सेना की मिडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल भी पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी। फ्रांस का मार्चिंग दस्ता भी परेड का हिस्सा होगा और फ्रांसीसी फाइटर जेट राफेल भी उड़ान भरे 

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Nari Shakti : सेना के दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सुमित मेहता ने बताया कि परेड में 80 फीसदी महिलाएं होंगी। पहली बार ट्राई सर्विस दस्ता यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिलाओं का दस्ता भी कर्तव्य पथ पर मार्च करेगा। इसमें आर्मी की सीएमपी की महिलाएं और नेवी और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर होंगी, जिसे इंडियन आर्मी की ऑफिसर लीड करेंगी। CAPF का भी ऑल विमिन दस्ता है और BSF के ऊंट पर सवार दस्ते में महिलाएं भी होंगी। परेड की शुरुआत भी महिलाएं भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ करेंगी।

26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के फ्लाई पास्ट में भारतीय एयरफोर्स के 51 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। इनमें 29 फाइटर प्लेन, सात ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, नौ हेलिकॉप्टर और एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट शामिल होगा। इन्हें छह अलग-अलग बेस से ऑपरेट किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और नौ मंत्रालयों और विभागों की 25 झांकियां शामिल होंगी। इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना का नाम है। 

 

इनके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, एविएशन और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र, निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग मंत्रालय की झांकियां नजर आएंगी। इसरो की झांकी में चंद्रयान-3 सबसे प्रमुख हाई लाइट होगी। इस झांकी में चंद्रयान-3 की लांचिंग, चंद्रमा के साउथ पोल पर उसकी सफल लैंडिंग और चंद्रयान-3 के लैंडिंग प्वाइंट ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ को भी दिखाया जाएगा। उत्तर प्रदेश की झांकी में सबसे आगे भगवान राम होंगे।

सशक्तीकरण लालित्य केंद्र स्तर पर है : Nari sakti

भव्य परेड, गणतंत्र दिवस समारोह का एक सर्वोत्कृष्ट पहलू, जिसमें Nari sakti को समर्पित झांकियों और प्रदर्शनों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई। प्रत्येक प्रस्तुति एक कैनवास की तरह उभरी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा हासिल किए गए सशक्तिकरण, साहस और उपलब्धियों की कहानियाँ चित्रित की गईं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी से लेकर खेल, कला और सामाजिक पहल तक, परेड में महिलाओं की उपलब्धियों की बहुमुखी भव्यता को दर्शाया गया।

भारतीय सेना की आर्टिलरी महिला ऑफिसर भी पहली बार परेड में शिरकत करेंगी। पिछले साल से ही सेना ने अपनी आर्टिलरी आर्म को महिला ऑफिसर्स के लिए खोला है। पिछले साल अप्रैल में 5 महिला ऑफिसर आर्टिलरी में शामिल हुई और पांच महिला ऑफिसर सितंबर में आर्टिलरी का हिस्सा बनीं। भारतीय सेना में इंफ्रेंट्री के बाद सबसे बड़ी आर्म आर्टिलरी ही है। आजादी के बाद कई जंग में आर्टिलरी रेजिमेंट ने अपना लोहा मनवाया है। युद्ध के मैदान में आर्टिलरी को गेम चेंजर कहा जाता है।

Republic day Parade 2024: गणतंत्र दिवस परेड में दिखा  Nari sakti  और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन

इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शक्ति और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा जिसमें महिला शक्ति अहम भूमिका निभा रही है। इसकी झलक मंगलवार को परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल में दिखाई दी। अब 26 जनवरी को प्रदर्शन किया जाएगा। पहली बार दिल्ली पुलिस की महिला जवान सेना की महिला अधिकारियों और चिकित्सकीय सेवा से जुड़ीं महिला कर्मियों का दस्ता परेड करता नजर आया

इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शक्ति और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा, जिसमें Nari sakti अहम भूमिका निभा रही है। इसकी झलक मंगलवार को परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल में दिखाई दी। अब 26 जनवरी को प्रदर्शन किया जाएगा।

वाद्य यंत्रों से लैस महिला दल करेगा परेड की अगुवाई : Nari Shakti

इस बार परेड की अगुवाई रक्षा मंत्रालय के दस्ते नहीं बल्कि शंख, नगाड़े, डमरू जैसे प्राचीन वाद्य यंत्रों से लैस सौ महिलाओं का एक दस्ता करेगा।इसके ठीक पीछे देशभर के अलग-अलग हिस्सों से 15 सौ से अधिक नृत्यांगनाओं का एक दल होगा। जो देश की विविधता से सभी को परिचित कराएगा।

  
फुल ड्रेस रिहर्सल में परखी गई गणतंत्र दिवस की तैयारी : Nari sakti

आगामी गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर सुरक्षा के बेहद खास बंदोबस्त किए गए हैं। इस बार सबसे अधिक चौकसी बरती जा रही है। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कर्तव्य पथ से लेकर लाल किला तक फुल ड्रेस रिहर्सल कर गणतंत्र दिवस की तैयारी परखी गई।

 

Awe-inspiring Arun Yogiraj’s Divine Touch in Crafting Ram Lalla’s Form

Arun Yogiraj ने कई मूर्तियाँ बनाई हैं। लेकिन इससे पहले कभी भी पूरी दुनिया उनकी बनाई किसी मूर्ति का इतनी बेसब्री से इंतजार नहीं कर रही थी।

राम लला (भगवान राम के बचपन के रूप) की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों और प्रमुख हस्तियों सहित सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे। भव्य समारोह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम मुख्य अनुष्ठान करेगी।

पिछले सप्ताह अयोध्या में मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति रखी गई थी। घूंघट से ढकी हुई मूर्ति की पहली तस्वीर गर्भगृह में स्थापना समारोह के दौरान सामने आई थी।

51 इंच लंबी मूर्ति में भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में चित्रित किया गया है, जो उसी पत्थर से बने कमल पर खड़ा है।

इस बीच, प्रतिष्ठा समारोह के बाद अपने भाषण में, पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम अब तंबू में नहीं रहेंगे बल्कि एक भव्य मंदिर में निवास करेंगे।

यहां राम मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारे राम आए हैं। युगों के लंबे इंतजार के बाद हमारे राम आए हैं।”

प्रधान मंत्री ने कहा कि वह अभी भी राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर अभिषेक समारोह के दौरान महसूस किए गए दिव्य कंपन को महसूस कर सकते हैं।

 

चंपत राय ने दी थी जानकारी

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बाकी दो मूर्तिकारों की मूर्ति को भी राम मंदिर में रखने की बात कही थी. इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने Arun Yogiraj  की बनाई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने की बात कही थी.

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था कि Arun Yogiraj की बनाई गई मूर्ति को अयोध्या राम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है,

जिससे कर्नाटक के सभी राम भक्तों की खुशी दोगुनी हो गई है. गौरतलब है कि सोमवार (22 जनवरी) को रामलला प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हो गया है. इस दौरान राम मंदिर और पूरे अयोध्या का नजारा अद्भूत था.

 कौन हैं Arun Yogiraj

* योगीराज मैसूरु के प्रतिष्ठित मूर्तिकारों के परिवार से आते हैं। उनकी पांच पीढ़ियों ने शानदार मूर्तियां गढ़ने में अपना जीवन समर्पित कर दिया है।

* अपने अंदर की कलात्मक प्यास बुझाने के लिए उन्होंने अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी।

* सोशल मीडिया पर भी उनकी अच्छी-खासी संख्या है। उनके इंस्टाग्राम पर 30 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

* सोशल मीडिया पर वायरल होने के अलावा उनके कई प्रोजेक्ट्स ने उन्हें खूब वाहवाही दिलाई है।

* अरुण के दादा, बी बासवन्ना शिल्पी, को भारत के सबसे प्रसिद्ध मूर्तिकारों में से एक माना जाता था।

* अरुण की कुछ मूर्तियां मैसूर रेलवे स्टेशन की शोभा बढ़ाती हुई पाई जा सकती हैं।

* arun yogiraj  ने कम उम्र में मूर्तिकला की दुनिया में अपनी यात्रा शुरू की, वह अपने पिता, योगीराज और दादा, बसवन्ना शिल्पी से बहुत प्रभावित थे, जिन्हें मैसूर के राजा का संरक्षण प्राप्त था।

* योगीराज के पोर्टफोलियो में प्रभावशाली मूर्तियों की एक श्रृंखला है, जिसमें सुभाष चंद्र बोस की 30 फुट की मूर्ति भी शामिल है, जो नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास अमर जवान ज्योति के पीछे प्रमुखता से प्रदर्शित है।

 

ARUN YOGIRAJ युवा और खुशमिजाज़ आदमी

राय ने कहा, “वह एक युवा, विनम्र और हंसमुख युवक हैं। उन्होंने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य और दिल्ली के इंडिया गेट में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्तियां भी बनवाईं।”

उन्होंने कहा, “वह अपने काम पर बहुत केंद्रित थे। उन्होंने 15 दिनों तक अपने परिवार और बच्चों से बात नहीं की क्योंकि उन्होंने अथक परिश्रम किया।”

Arun Yogiraj श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा ‘राम लला’ की मूर्ति बनाने के लिए चुने गए तीन मूर्तिकारों में से एक थे।

मैसूर में प्रसिद्ध मूर्तिकारों की पांच पीढ़ियों की पारिवारिक विरासत से निकले Arun Yogiraj देश में सबसे अधिक मांग वाले मूर्तिकार बन गए हैं।

उनके कौशल की बहुत मांग है, विभिन्न राज्य उपलब्धि हासिल करने वालों की मूर्तियों के लिए उनसे संपर्क कर रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अरुण की प्रतिभा की तारीफ कर चुके हैं. बचपन से ही नक्काशी में रुचि रखने वाले अरुण ने एमबीए किया और 2008 में मूर्तिकला के प्रति अपने अंतर्निहित जुनून में लौटने से पहले कुछ समय के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम किया।

 

Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha Ceremony Marks Epochal Milestone :

धार्मिक महत्व और सांस्कृतिक अनुगूंज से भरे एक महत्वपूर्ण अवसर में, Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha समारोह आज शुरू हुआ, जो पूजनीय राम जन्मभूमि की चल रही गाथा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।

पवित्र शहर अयोध्या, जो पहले से ही लाखों लोगों की भक्ति का केंद्र बिंदु है, में आध्यात्मिक ऊर्जा का अभिसरण देखा गया क्योंकि Ram Mandir Pran Pratishtha, या अभिषेक के लिए विस्तृत अनुष्ठान केंद्र चरण में आ गए।
अत्यंत सूक्ष्मता और भव्यता के साथ आयोजित यह समारोह कई भक्तों के लिए लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा की परिणति का प्रतीक है।

अयोध्या: इसे एक वैश्विक मामला बनाते हुए, अभिषेक समारोह में 50 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 92 आमंत्रित लोग राजकीय अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
इसके अलावा, पीएम के साथ विभिन्न सामाजिक समूहों से 15 यजमान भी होंगे।
मोदी सुबह करीब 11 बजे मंदिर पहुंचेंगे और समारोह के लिए करीब साढ़े तीन घंटे तक परिसर में रहेंगे, उसके बाद उनकी सार्वजनिक बैठक होगी।

22 जनवरी 2024 का दिन देश के लिए बहुत बड़ा दिन होने वाला है, क्योंकि इस दिन वर्षों के बाद रामलला टेंट से निकल कर मुख्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई राममय दिख रहा है। वाकई यह देश के लिए ऐतिहासिक क्षण होने वाला है।
ऐसे में रामलला के आगमन पर लोग एक दूसरे को बधाइयां भी दे रहे हैं।

Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने क्या कहा:

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अयोध्या के राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के ‘युगांत दिवस’ पर नागरिकों को बधाई दी।

 22 जनवरी हमारे सभ्यतागत पथ में ‘दिव्यता के साथ साक्षात्कार’ का एक निर्णायक क्षण है।

 उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भी शुभकामनाएं दीं जो अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पवित्र अनुष्ठानों का नेतृत्व करते हैं।

 

नई दिल्ली, जैसे ही देश सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर में राम लला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी कर रहा है, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नागरिकों को इस युग के दिन की बधाई दी है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि 22 जनवरी प्राण पार्टिष्ठ का दिन सभ्यता के पथ पर चलने वाले देश में देवत्व के साथ साक्षात्कार के एक निश्चित क्षण के रूप में इतिहास में अंकित है।

ऐतिहासिक नगरी अयोध्या में राम जन्मभूमि पर Ram Mandir Pran Pratishtha के इस युगांतकारी दिवस की बधाई ,धनखड़ ने कहा कि 22 जनवरी का दिन इतिहास में हमारे सभ्यतागत पथ में देवत्व के साथ साक्षात्कार के एक निर्णायक क्षण के रूप में अंकित है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शुभकामनाएं दीं, जिन्होंने समारोह से पहले 11 दिनों का एक विशेष अनुष्ठान आयोजित किया था।

हर तरफ राष्ट्रीय गौरव के पुनर्जागरण के उत्सव के क्षण को देखकर बहुत खुशी हो रही है ।11 दिनों के कठोर अनुष्ठान के बाद प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी को हार्दिक शुभकामनाएं। अन्य यजमानों, संतों और मार्गदर्शक संतों की उपस्थिति में पवित्र अनुष्ठान अयोध्या में रामलला की प्रतिष्ठा समारोह

Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha

अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा जिसमें हजारों गणमान्य लोग उपस्थित होंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के मुख्य अनुष्ठान करने वाले पुजारियों की एक टीम के रूप में उपस्थित रहेंगे।
यह कार्यक्रम दूरदर्शन और अन्य चैनलों पर सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक लाइव-स्क्रीन किया जाएगा।

Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha आखिरकार आज वो दिन आ गया है जिसका वर्षों से रामभक्तों को इंतजार था। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह आज यानी (22 जनवरी 2024) दोपहर 12.20 बजे के शुभ मुहूर्त में होगा।

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 1 बजे तक यानी करीब 40 मिनट तक चलने की उम्मीद है।
रामलला के घर में विराजने का यह पावन और भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम अयोध्या में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जैसे दिग्गजों की मौजूदगी में होगा।
राम जन्मभूमि मंदिर में इस कार्यक्रम के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं और दुनियाभर के रामभक्तों में हर्षोल्लास है। फूलों और रोशनी से रामलला का नया घर जगमगा रहा है।
अयोध्या में इस मौके पर देशभर के करीब 8000 हस्तियों को न्यौता भेजा गया है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra Trust) राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर आम लोगों से अयोध्या ना आने की अपील की है।
साथ ही कहा है कि वह घर बैठ कर वर्चुअली इस शुभ अवसर में अपनी भीगादारी दें। बता दें कि देशभर में अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर इस बड़े कार्यक्रम को लाइव ब्रॉडकास्ट किया जाएगा।

Ram Mandir Pran Pratishtha Live कब आएगा

राम मंदिर के इस मेगा इवेंट की लाइव स्क्रीन सोमवार (22 जनवरी) को सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को गांवो, शहरों, मंदिरों के साथ-साथ बड़े पब्लिक प्लेस पर लाइव ब्रॉडकास्ट करने की व्यवस्था की गई है।

दूरदर्शन के सभी चैनलों पर इस समारोह को लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा। इसके अलावा दूरदर्शन के यूट्यूब चैनल पर भी इस कार्यक्रम को लाइव देखा जा सकेगा 

Unveiling History: Ram Mandir Opening Date Revealed – A Sacred Milestone in Ayodhya

Ram Mandir Opening Date 

इतिहास का अनावरण: Ram Mandir Opening Date का खुलासा  अयोध्या के मध्य में, पौराणिक कथाओं और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर शहर में, एक स्मारकीय घटना होने वाली है। राम मंदिर, जो लंबे समय से भगवान राम को समर्पित है, अपनी उद्घाटन तिथि घोषित करने के लिए तैयार है. यह एक ऐतिहासिक घटना है जो समय से परे है और भारत की विरासत को समृद्ध करता है।

स्थान:

अयोध्या का दिल”: आगामी घटना का स्थान यह वाक्यांश तुरंत निर्धारित करता है। अपनी गहरी सांस्कृतिक और पौराणिक जड़ों के लिए प्रसिद्ध अयोध्या, नवोदित कहानी के लिए एक प्रेरक पृष्ठभूमि प्रदान करती है।

वायु:

एक शहर जो पौराणिक कथाओं और सांस्कृतिक महत्व से भरा है”: यह वर्णन, अयोध्या की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व पर जोर देते हुए, परिदृश्य को बढ़ाता है। यह शहर को सदियों से बनाने वाली परंपरा और कहानियों की ओर संकेत करता है।

अनुमान:

एक विचित्र घटना होने वाली है”: इससे आशा और उत्सुकता पैदा होती है। “स्मारकीय” शब्द का उपयोग बताता है कि जो होने वाला है, वह बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण है, और पाठक को विवरणों में अधिक समझने को प्रेरित करता है।

लक्ष्य:

लंबे समय से प्रतीक्षित भगवान राम को समर्पित राम मंदिर”: यह भाग ब्लॉग पोस्ट के मुख्य विषय, प्रतीक्षित राम मंदिर उद्घाटन, का परिचय देता है। इसके “भगवान राम को समर्पित” होने का उल्लेख धार्मिक और आध्यात्मिक संदर्भ को पुष्ट करता है, जो आगे की सामग्री का स्पष्ट केंद्र बनाता है।

ऐतिहासिक क्षण को उजागर करें:

अपनी उद्घाटन तिथि घोषित करने को तैयार है—एक ऐतिहासिक क्षण”: यह वाक्यांश घटना को “ऐतिहासिक” बताकर महत्वपूर्ण बनाता है। “उद्घाटन तिथि” का उल्लेख एक खास तत्व जोड़ता है जो दर्शकों को बहुत दिलचस्प लग सकता है।

 

Ram Mandir Opening Date

विरासत से संबंध:

जो समय को पार करता है और भारत की विरासत की समृद्ध टेपेस्ट्री से प्रतिध्वनित होता है”: यह भाग परिदृश्य को विस्तृत करता है और बताता है कि यह घटना सिर्फ आज की नहीं है, बल्कि एक पुरानी बात है जो भारत की विविध और गहरी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी है।कुल मिलाकर, परिचय अयोध्या की एक स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत करता है, राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख का अनुमान लगाता है, और इसके साथ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संदर्भ जोड़ते हैं, जो इस घटना को भारत की विरासत के व्यापक आख्यान में महत्वपूर्ण बनाते हैं

निर्माण प्रक्रिया:

राम मंदिर की निर्माण की यात्रा कठिन रही है, लेकिन यह गहरी प्रेरक रही है। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने सदियों पुराने अयोध्या विवाद की जड़ में राम मंदिर का निर्माण शुरू किया। हमें इस महत्वपूर्ण क्षण तक पहुंचाने में परियोजना के बाद की सावधानीपूर्वक योजना और कार्यान्वयन का योगदान मिला है।

वास्तुकला के चमत्कार:

राम मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थान नहीं है; यह शिल्प प्रतिभा और कौशल का प्रमाण है। मंदिर, पारंपरिक भारतीय वास्तुकला से प्रेरणा लेते हुए बनाया गया है, जो जटिल नक्काशी, राजसी शिखर और आध्यात्मिकता और कला का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण दिखाता है। जैसे-जैसे उद्घाटन की तारीख नजदीक आ रही है, दुनिया को इस वास्तुशिल्प चमत्कार को देखने का अवसर मिलेगा।

खोलने की तिथि का महत्व:

लाखों भक्तों और भारतीयों के लिए Ram mandir opening date का खुलासा बहुत महत्वपूर्ण है। यह तारीख से बाहर है, क्योंकि यह एक सामूहिक सपने की पूर्ति है और अयोध्या के इतिहास में एक नया अध्याय की शुरुआत है। उद्घाटन समारोह धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक उत्सवों और देश भर से गणमान्य लोगों की उपस्थिति के साथ एक अद्भुत कार्यक्रम होने का दावा करता है।

भक्त और आम आशा:

Ram Mandir Opening Date  लाखों भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है जो इस दिन का इंतजार कर रहे थे। यह एक सामूहिक सपने के पूरा होने और एक लंबी अवधि के इंतजार का संकेत है।

एक यात्रा का अंत:

“यात्रा के समापन” का उल्लेख बताता है कि उद्घाटन तिथि का उद्घाटन केवल एक अलग घटना नहीं है, बल्कि ऐतिहासिक विकास की एक श्रृंखला का अंतिम चरण है, जिसमें अयोध्या विवाद का समाधान और उसके बाद की योजना और निर्माण शामिल हैं। मन्दिर।

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अयोध्या के इतिहास में एक नवीन चरण:

राम मंदिर के उद्घाटन को “अयोध्या के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत” बताने से पता चलता है कि यह केवल एक धार्मिक घटना नहीं है; यह एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक इतिहास पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा।

भविष्य के उत्सव और समारोह:

उद्घाटन समारोह के होने की उम्मीद वाले “भव्य आयोजन” पर चर्चा करना स्पष्ट करता है कि राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख केवल तारीख नहीं है; यह विस्तृत अनुष्ठानों, सांस्कृतिक उत्सवों और कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ सामूहिक आनंद है।

मान्यताप्राप्त लोगों की उपस्थिति:

देश भर से गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति” इस आयोजन का राष्ट्रीय महत्व बताता है। उद्घाटन समारोह का महत्व उजागर करने के लिए उम्मीद है कि नेताओं और प्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करेगा और इसमें भाग लेंगे।

धार्मिक और सांस्कृतिक प्रभाव:

राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख एक सांस्कृतिक और धार्मिक घटना है। इसमें भारत की सांस्कृतिक विरासत शामिल है

विभिन्नता में एकता:

राम मंदिर का निर्माण और उद्घाटन विविधता में एकता की भावना को परिभाषित करता है। विभिन्न धार्मिक पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों ने इस साझा विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र होकर धार्मिक सीमाओं को पार करते हुए एकता और समावेशिता की भावना को बढ़ावा दिया।

निकास:

राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख एक कैलेंडर की तारीख से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है; यह अयोध्या के इतिहास में पवित्र है। हम इस महत्वपूर्ण घटना को देखते हुए उत्सुक है

22 जनवरी 2024 को राम मंदिर खुलेगा।22 जनवरी, 2024 को श्री राम जन्मभूमि का उद्घाटन होना है, जिस दिन तीन अलग-अलग आरती होंगी। दर्शन सुबह 7:00 बजे से 11:30 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक होगा।

श्रृंगार आरती की तिथि:

हम आपको समझने में मदद करने के लिए दो मिनट देना चाहेंगे। इस पाठक सर्वेक्षण में भाग लेने का अनुरोध करें।सुबह छह बजे श्रृंगार आरती होती है।

संध्या आरती की तिथि:

शाम साढ़े सात बजे संध्या आरती होती है।भक्तों को आरती करने से पहले वैध सरकारी आईडी का पता लगाना महत्वपूर्ण है।

Magh Mela Ayodhya : राम आयेंगे

 

Magh Mela Ayodhya : राम आयेंगे  

Magh Mela :अयोध्या नगर में इस बार प्रयागराज में शुरू होने वाले माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को दिव्य अयोध्या की सुंदर तस्वीर भी देखने को मिलेगी।

 इसके लिए माघ मेले में प्रदर्शन करने की योजना बना रहा है।

श्रद्धालुओं को रामलला के मंदिर वैदिक नगर के रूप में विकसित हो रही अयोध्या की विकास परियोजनाओं की झलक मिलेगी।

Magh Mela Ayodhya :

संगम के तट पर माघ मेले में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी देखने को मिलेगी।
इस पर मेला प्रशासन और संतों की बैठक में सहमति हुई।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन मेले में कल्पवासी भी दीवाली मनाएंगे। 

 

रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के दिन संगम भी राममय होगा

 

दीपोत्सव जगह-जगह मनाया जाएगा। एक तरफ सुंदरकांड और पूरी रामायण पढ़ी जाएगी,

और दूसरी तरफ भव्य गंगा आरती भी होगी। magh mela में अयोध्या को देखा जा सकता है।

बुधवार को माघ मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद ने सभी प्रमुख संतों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक की अध्यक्षता की।
22 जनवरी को माघ मेला क्षेत्र में भव्य और दिव्य रामोत्सव मनाने पर सभी संत महात्माओं ने समझौता किया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन,
संतों ने मेला क्षेत्र में दीपोत्सव मनाया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भी एलईडी स्क्रीन पर दिखाई देगा।
इसके साथ पूरे मेला क्षेत्र में एक विशेष सफाई अभियान चलाकर शुद्धता कायम की जाएगी।