Transcendent Triumph: India’s Global Soar Beyond Borders on Republic Day 2024

Republic Day 2024

उत्कृष्ट विजय:Republic day 2024 पर भारत की वैश्विक उड़ान सीमाओं से परे जैसे ही 26 जनवरी 2024 को सूरज उगता है भारत एक और Republic day 2024 समारोह के शिखर पर खड़ा होता है, जो सीमाओं से परे अपनी जीत का प्रदर्शन करने के लिए तैयार होता है। यह दिन न केवल संविधान को अपनाने के स्मरणोत्सव के रूप में बल्कि देश की लचीलापन, एकता और वैश्विक उपस्थिति के प्रमाण के रूप में भी बहुत महत्व रखता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम भौगोलिक सीमाओं से परे, Republic day 2024 पर भारत की जीत के विविध आयामों पर प्रकाश डालते हैं।

1 कूटनीतिक milestone :

 Republic day 2024 भारत की कूटनीतिक यात्रा में एक मील का पत्थर साबित हुआ। समारोह के दौरान हाई-प्रोफाइल यात्राएं, रणनीतिक गठबंधन और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र में रहे। विश्व मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव पर जोर देते हुए दुनिया भर के नेता एकता के प्रतीकात्मक प्रदर्शन में जुटे।

 

2 सांस्कृतिक कूटनीति का अनावरण:

पारंपरिक सैन्य परेड से परे,  Republic day 2024 ने सांस्कृतिक कूटनीति के शानदार प्रदर्शन के माध्यम से भारत की नरम शक्ति का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम ने भारत की समृद्ध विरासत को दुनिया के साथ साझा करने, इसकी विविध परंपराओं के लिए समझ और सराहना को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

3 प्रदर्शन में तकनीकी कौशल:

 Republic day परेड न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन था, बल्कि भारत की तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन भी था। अंतरिक्ष अन्वेषण से लेकर नवीकरणीय ऊर्जा तक विभिन्न क्षेत्रों में अत्याधुनिक नवाचारों को प्रदर्शित किया गया, जो प्रगति और स्थिरता के प्रति देश की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

4 वैश्विक भारतीय प्रवासी सहभागिता:

 Republic day 2024 में वैश्विक भारतीय प्रवासियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। जीवंत सांस्कृतिक प्रदर्शन से लेकर अपने गोद लिए हुए देशों के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा तक, प्रवासी भारतीयों ने भारत की वैश्विक उपस्थिति और प्रभाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

5  मानवीय पहल:

समारोहों से परे, Republic day 2024 मानवीय पहल शुरू करने और बढ़ावा देने का एक मंच बन गया। जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता एक जिम्मेदार और दयालु वैश्विक नागरिक के रूप में इसकी भूमिका को रेखांकित करती है।

6 आर्थिक लचीलापन और भागीदारी:

भारत की विजय का आर्थिक आयाम विभिन्न देशों के साथ मजबूत व्यापार साझेदारी और सहयोग के माध्यम से स्पष्ट था।  Republic day 2024 ने दुनिया भर के देशों के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंधों को बढ़ावा देने के लिए देश की आर्थिक लचीलापन और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

निष्कर्ष:
 
“बॉर्डर्स से परे: Republic day  2024 पर भारत की जीत” ने भौगोलिक सीमाओं से परे एक उत्सव मनाया। इस दिन ने कूटनीतिक जीत से लेकर सांस्कृतिक आदान-प्रदान, तकनीकी प्रगति से लेकर मानवीय प्रयासों तक भारत की बहुमुखी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया। जैसे ही दुनिया ने इस ऐतिहासिक दिन पर भारत की जीत देखी, यह स्पष्ट हो गया कि देश का प्रभाव अपनी सीमाओं से कहीं आगे तक फैला हुआ है, जो वैश्विक मंच पर एक अमिट छाप छोड़ रहा है। गणतंत्र दिवस 2024 केवल एक स्मरणोत्सव नहीं था; यह परस्पर जुड़ी दुनिया में प्रगति, एकता और लचीलेपन के प्रतीक के रूप में भारत की भूमिका की घोषणा थी।
 

Republic Day 2024 Shayari

जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है।

भारत के गणतंत्र का, सारे जग में है मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसपे है अभिमान

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है…
किसी गजरे की खुश्बू को महकता छोड़ आया हूँ
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ए भारत माँ,
मैं अपनी मा की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ

Nari Shakti’s Grandeur: Republic Day 2024 Praises Women’s Empowerment

Nari Shakti की भव्यता: गणतंत्र दिवस 2024 महिला सशक्तिकरण की प्रशंसा करता है

 गणतंत्र दिवस 2024 में Nari Shakti का एक शानदार उत्सव मनाया गया, जिसमें देश भर में महिलाओं की अदम्य भावना और उल्लेखनीय योगदान का सम्मान किया गया। उत्सव की भव्यता Nari sakti और प्रगति के प्रति श्रद्धांजलि से गूंज उठी, जो एक प्रगतिशील समाज को आकार देने में उनकी अभिन्न भूमिका को पहचानने में एक महत्वपूर्ण क्षण था।

गणतंत्र दिवस परेड में इस बार पहली बार भारत की Nari Shakti पूरे कर्तव्य पथ पर छाई रहेगी। परेड में 80 फीसदी महिलाएं होंगी। ऐसा पहली बार है जब बड़ी संख्या में ऑल विमिन दस्ते मार्च करेंगे। भारतीय सेना की आर्टिलरी महिला ऑफिसर भी पहली बार कर्तव्य पथ पर दिखाई देंगी। साथ ही सेना की मिडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल भी पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी। फ्रांस का मार्चिंग दस्ता भी परेड का हिस्सा होगा और फ्रांसीसी फाइटर जेट राफेल भी उड़ान भरे 

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Nari Shakti : सेना के दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सुमित मेहता ने बताया कि परेड में 80 फीसदी महिलाएं होंगी। पहली बार ट्राई सर्विस दस्ता यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिलाओं का दस्ता भी कर्तव्य पथ पर मार्च करेगा। इसमें आर्मी की सीएमपी की महिलाएं और नेवी और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर होंगी, जिसे इंडियन आर्मी की ऑफिसर लीड करेंगी। CAPF का भी ऑल विमिन दस्ता है और BSF के ऊंट पर सवार दस्ते में महिलाएं भी होंगी। परेड की शुरुआत भी महिलाएं भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ करेंगी।

26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के फ्लाई पास्ट में भारतीय एयरफोर्स के 51 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। इनमें 29 फाइटर प्लेन, सात ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, नौ हेलिकॉप्टर और एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट शामिल होगा। इन्हें छह अलग-अलग बेस से ऑपरेट किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और नौ मंत्रालयों और विभागों की 25 झांकियां शामिल होंगी। इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना का नाम है। 

 

इनके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, एविएशन और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र, निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग मंत्रालय की झांकियां नजर आएंगी। इसरो की झांकी में चंद्रयान-3 सबसे प्रमुख हाई लाइट होगी। इस झांकी में चंद्रयान-3 की लांचिंग, चंद्रमा के साउथ पोल पर उसकी सफल लैंडिंग और चंद्रयान-3 के लैंडिंग प्वाइंट ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ को भी दिखाया जाएगा। उत्तर प्रदेश की झांकी में सबसे आगे भगवान राम होंगे।

सशक्तीकरण लालित्य केंद्र स्तर पर है : Nari sakti

भव्य परेड, गणतंत्र दिवस समारोह का एक सर्वोत्कृष्ट पहलू, जिसमें Nari sakti को समर्पित झांकियों और प्रदर्शनों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की गई। प्रत्येक प्रस्तुति एक कैनवास की तरह उभरी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा हासिल किए गए सशक्तिकरण, साहस और उपलब्धियों की कहानियाँ चित्रित की गईं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी से लेकर खेल, कला और सामाजिक पहल तक, परेड में महिलाओं की उपलब्धियों की बहुमुखी भव्यता को दर्शाया गया।

भारतीय सेना की आर्टिलरी महिला ऑफिसर भी पहली बार परेड में शिरकत करेंगी। पिछले साल से ही सेना ने अपनी आर्टिलरी आर्म को महिला ऑफिसर्स के लिए खोला है। पिछले साल अप्रैल में 5 महिला ऑफिसर आर्टिलरी में शामिल हुई और पांच महिला ऑफिसर सितंबर में आर्टिलरी का हिस्सा बनीं। भारतीय सेना में इंफ्रेंट्री के बाद सबसे बड़ी आर्म आर्टिलरी ही है। आजादी के बाद कई जंग में आर्टिलरी रेजिमेंट ने अपना लोहा मनवाया है। युद्ध के मैदान में आर्टिलरी को गेम चेंजर कहा जाता है।

Republic day Parade 2024: गणतंत्र दिवस परेड में दिखा  Nari sakti  और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन

इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शक्ति और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा जिसमें महिला शक्ति अहम भूमिका निभा रही है। इसकी झलक मंगलवार को परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल में दिखाई दी। अब 26 जनवरी को प्रदर्शन किया जाएगा। पहली बार दिल्ली पुलिस की महिला जवान सेना की महिला अधिकारियों और चिकित्सकीय सेवा से जुड़ीं महिला कर्मियों का दस्ता परेड करता नजर आया

इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शक्ति और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा, जिसमें Nari sakti अहम भूमिका निभा रही है। इसकी झलक मंगलवार को परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल में दिखाई दी। अब 26 जनवरी को प्रदर्शन किया जाएगा।

वाद्य यंत्रों से लैस महिला दल करेगा परेड की अगुवाई : Nari Shakti

इस बार परेड की अगुवाई रक्षा मंत्रालय के दस्ते नहीं बल्कि शंख, नगाड़े, डमरू जैसे प्राचीन वाद्य यंत्रों से लैस सौ महिलाओं का एक दस्ता करेगा।इसके ठीक पीछे देशभर के अलग-अलग हिस्सों से 15 सौ से अधिक नृत्यांगनाओं का एक दल होगा। जो देश की विविधता से सभी को परिचित कराएगा।

  
फुल ड्रेस रिहर्सल में परखी गई गणतंत्र दिवस की तैयारी : Nari sakti

आगामी गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर सुरक्षा के बेहद खास बंदोबस्त किए गए हैं। इस बार सबसे अधिक चौकसी बरती जा रही है। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कर्तव्य पथ से लेकर लाल किला तक फुल ड्रेस रिहर्सल कर गणतंत्र दिवस की तैयारी परखी गई।